बालिकाओं के खिलाफ हो रहे यौन अपराधों की रोकथाम समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। इसके लिए सभी काे जागरूक होना होगा। सामाजिक, पारिवारिक और व्यक्तिगत जिम्मेदारी व जागरूकता जरूरी है। यह बातें शुक्रवार को शासकीय कॉलेज में आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला में जिला पंचायत सीईओ एचआर मीणा ने कही। इस दौरान महिला बाल विकास अधिकारी ललित कुमार डेहरिया, वेदप्रकाश विश्नोई, देवेंद्र दुआ, राजेश वर्मा एवं जितेंद्र सिंह खनूजा मौजूद थे।
सीईओ श्री मीणा ने कहा कि बालिकाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने के लिए आवाज उठाना जरूरी है। मास्टर ट्रेनर श्याम कुमार शर्मा ने कहा कि बच्चों के लिए किशाेर न्याय बोर्ड का गठन किया है। इसमें मुख्य रूप से बालक-बालिकाओं का पारिवारिक पुनर्वास कराना होता है। उन्होंने लैंगिक अपराध की जानकारी भी दी।